SGPA vs CGPA क्या अंतर है | 1विषय=2 SGPA

SGPA vs CGPA क्या अंतर है | 1विषय=2 SGPA | CGPA kya hai | SGPA क्या है | CGPA और SGPA में अंतर क्या है?

दोस्तों स्कूल टाइम पर तो सभी को मालूम था कि किसी विषय में जितने अंक 100 में से मिले हैं उतने ही परसेंटेज बने हैं लेकिन कॉलेज में आने के बाद कई लोगो को मालूम नहीं होता है कि कॉलेज में जो विषय पढाया जाता है उसमे कैसे परसेंटेज निकाला जाता है और ये SGPA ; CGPA क्या होता है तो आइये जानते हैं इनके बारे में l

SGPA vs CGPA क्या अंतर है

दोस्तों….आज हम आपको “CGPA और SGPA” के बारे में बताने जा रहे हैं. ये दो प्रकार के ग्रेडिंग सिस्टम है जो शिक्षा के दौरान चलाये जाते हैं. क्यूंकि ये दोनों ही ग्रेडिंग सिस्टम है और इनका प्रयोग कुल अंक का औसत निकालने के लिए किया जाता है. इसलिए लोगों के मन में इन्हे लेके कई सारे प्रश्न उत्तपन्न होते रहते हैं कि आखिर ” CGPA और SGPA क्या है और इनमे क्या अंतर होता है?”. इसलिए आज हम आपको इन्हीं दोनों के विषय में बताने जा रहे हैं. जिसके द्वारा आपके कई प्रश्नो के उत्तर आपको आसानी से मिल सकते हैं. तो चलिए शुरू करते हैं आज का टॉपिक CGPA क्या है | What is CGPA

CGPA kya hai

CGPA का पूरा नाम “cumulative grade point average” होता है. CGPA भी एक ग्रेडिंग सिस्टम है जिसमे अंकों का औसत अलग तरीके से निकाला जाता है. इसके लिए कोई खास नियम यूनिवर्सिटी द्वारा नहीं बनाये जाते हैं. CGPA को निकालने का तरीका कुछ इस प्रकार होता है जैसे कि: आपके 4 सेमेस्टर पास करने पे जो आपको अंक मिले वो कुछ इस प्रकार थे: 8,9,8,9 और जब इनका CGPA निकालते है तो वो कुछ इस प्रकार का होता है: 34/4= 8.5

SGPA vs CGPA क्या अंतर है
SGPA vs CGPA क्या अंतर है

SGPA क्या है

SGPA का पूरा नाम “semester grade point average” होता है. SGPA पुराना ग्रेडिंग सिस्टम है,जो कुछ इस प्रकार calculate करता है जैसे कि: आपके किसी सेमेस्टर में 6 विषय हैं जिसमे आपने 8,9,7,9, 7,9 अंक प्राप्त किये हैं. तब इसका औसत कुछ इसप्रकार होगा: 8.167. हम इस प्रकार भी कह सकते हैं कि SGPA एक ही सेमेस्टर के सभी विषयों का मिला के औसत देता है l

CGPA और SGPA में अंतर क्या है?

आज हमेशा आर्टिकल में आपका बताएंगे CGPA और SGPA अंतर क्या है आईए जानते हैं इन दोनों के बीच में क्या अंतर है CGPA सभी सेमेस्टर में मिले कुल अंक का औसत होता है और SGPA एक ही सेमेस्टर में मिले कुल विषयों के अंको का औसत होता है.CGPA सेमेस्टर के अनुसार चलता है और SGPA विषयों के अनुसार चलता है.SGPA का फुल फॉर्म “semester grade point average” और CGPA का फुल फॉर्म “cumulative grade point average” होता है. अलग यूनिवर्सिटी और कॉलेज में अलग ग्रेडिंग सिस्टम होता है, कहीं CGPA तो कहीं SGPA

SGPA को इस प्रकार देखा जाता है जैसे कि आपके पहले इंजीनियरिंग के सेमेस्टर में आपके 4 विषय हैं जिनमे आपके अंक कुछ ऐसे हैं: 8,7,8,9 तो इसका SGPA होगा : 32/4= 8. और वहीं यदि CGPA की बात करे तो मानिये कि आपके कोर्स में 4 सेमेस्टर थे जिसमे आपके अंक कुछ ऐसे 8,9,9,7 थे. तो जो आपका CGPA होगा वो: 33/4 = 8.25 ये होगा l

उम्मीद करते हैं आपको हमारे द्वारा दी गयी जानकारी से कुछ फायदा अवश्य मिला होगा और साथ ही आपको हमारा ब्लॉग पसंद भी आया होगा. धन्यवाद l

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