College life के बीच ही बदलें कॉलेज : पढाई में नहीं आएगी बाधा, कोर्स, ब्रांच सब हो जाएगा ट्रान्सफर

College life के बीच ही बदलें कॉलेज : पढाई में नहीं आएगी बाधा, कोर्स, ब्रांच सब हो जाएगा ट्रान्सफर | 1st year के बाद चेंज करना चाहते हैं कॉलेज! | College Migration Process | माइग्रेशन के लिए जरुरी नियम और शर्तें

आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे एक कॉलेज में से दूसरे कॉलेज में एडमिशन कैसे लेते हैं यह मौका केवल स्टूडेंट को एक बार ही मिलता है स्टूडेंट अपना फर्स्ट ईयर कंप्लीट करने के बाद अपना ट्रांसफर दूसरे कॉलेज में करवा सकते हैं अगर वह पहले कॉलेज से खुश ना हो और उन्हें फैसिलिटी ना मिले तो स्टूडेंट अपना ट्रांसफर दूसरे कॉलेज में करवा सकते हैं आई आज हम आपको बताएंगे एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में एडमिशन कैसे लेते हैं

College life के बीच ही बदलें कॉलेज

एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में ‘माइग्रेशन’ एक ऐसा प्रोवीजन है जिसके तहत स्टूडेंट्स अपने कॉलेज के दूसरे साल में किसी अन्य मनपसंद कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए अप्लाई कर सकते हैं. अगला कॉलेज कुछ निर्धारित क्राइटेरिया अपनाकर और अपने कॉलेज में उपलब्ध सीटों के आधार पर माइग्रेशन एप्लीकेशन्स को स्वीकार करता है l

1st year के बाद चेंज करना चाहते हैं कॉलेज!

अगर आप एक कॉलेज स्टूडेंट हैं और किसी कॉलेज में अपना एक साल सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद किसी दूसरे कॉलेज में अपना माइग्रेशन करवाना चाहते हैं तो यह आर्टिकल जरुर पढ़ें और कॉलेज माइग्रेशन से जुड़ी सारी महत्त्वपूर्ण जानकारी पहले हासिल कर लें l

आजकल देश के विभिन्न कॉलेजों में स्टूडेंट्स के लिए लिमिटेड सीट्स होने के बावजूद, एडमिशन के लिए कट-ऑफ़ लिस्ट बहुत हाई निकलती हैं. इसलिए, अधिकतर कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए अपने मनचाहे कॉलेज या कोर्स में एडमिशन लेना काफी मुश्किल हो जाता है. फिर भी, हरेक कॉलेज बहुत से स्टूडेंट्स की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता और ज्यादातर स्टूडेंट्स किसी लोकप्रिय कॉलेज से ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री लेना चाहते हैं l

क्यों बदलना चाहते हैं कॉलेज

वैसे तो किसी कॉलेज में एडमिशन लेने का निर्णय हरेक स्टूडेंट और उसके पेरेंट्स काफी सोच-विचार करने के बाद लेते हैं लेकिन, अगर स्टूडेंट्स को किसी भी कारणवश अपने कॉलेज के पहले साल में ही यह महसूस हो कि उन्होंने जिस कॉलेज में एडमिशन लिया है या फिर, जो कोर्स पढ़ रहे हैं, वह उनके लिए सूटेबल नहीं है या उस कोर्स/ कॉलेज में उन स्टूडेंट्स की अगर दिलचस्पी नहीं रहती तो ऐसे में, कई स्टूडेंट्स अपना कॉलेज और स्टडी कोर्स चेंज करना चाहते हैं. इसलिए, एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में ‘माइग्रेशन’ उन स्टूडेंट्स के लिए आशा की किरण प्रतीत होता है l

College life के बीच ही बदलें कॉलेज
College life के बीच ही बदलें कॉलेज

वैसे तो यह सही तरीका नहीं है लेकिन फिर भी अधिकतर स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई का एक साल बरबाद होने से बचाने के लिए और अपने मनचाहे कॉलेज में पढ़ने के लिए इस ‘कॉलेज माइग्रेशन’ का तरीका फ़ॉलो करते हैं. हम इस आर्टिकल में विभिन्न यूनिवर्सिटीज के माइग्रेशन संबंधी सामान्य रूल्स एंड रेगुलेशन्स का विवरण आपके लिए पेश कर रहे हैं ताकि इस बारे में आपको बिलकुल सटीक और समुचित जानकारी मिल सके और आप अपना समय, एनर्जी तथा पैसा बरबाद किये बिना ही किसी मनपसंद कॉलेज/ कोर्स में एडमिशन ले सकें l

College Migration Process

एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में ‘माइग्रेशन’ एक ऐसा प्रोवीजन है जिसके तहत स्टूडेंट्स अपने कॉलेज के दूसरे साल में किसी अन्य मनपसंद कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए अप्लाई कर सकते हैं. अगला कॉलेज कुछ निर्धारित क्राइटेरिया अपनाकर और अपने कॉलेज में उपलब्ध सीटों के आधार पर माइग्रेशन एप्लीकेशन्स को स्वीकार करता है. यहां स्टूडेंट्स को यह पता होना चाहिए कि अगले या नए कॉलेज में एडमिशन/ माइग्रेशन संबद्ध स्टूडेंट्स के फर्स्ट ईयर के मार्क्स या मेरिट लिस्ट के आधार पर होता है. इसके अलावा, हरेक कॉलेज माइग्रेशन के संबंध में अपनी परसेंटेज खुद तय करता है l

माइग्रेशन के लिए जरुरी नियम और शर्तें

अगर आप किसी कॉलेज में पहला साल पूरा करने के बाद किसी अन्य कॉलेज में अपना माइग्रेशन करवाना चाहते हैं तो आपको निम्नलिखित जरुरी नियमों की जानकारी जरुर होनी चाहिए :

  • कोई भी स्टूडेंट बीए, बीकॉम, बीएससी, बीए (ऑनर्स), बीकॉम (ऑनर्स) और बीएससी (ऑनर्स) कोर्सेज के दौरान अपने तीसरे सेमेस्टर में एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में माइग्रेट हो सकता है. लेकिन माइग्रेशन के लिए दोनों कॉलेजों के प्रिंसिपल्स की सहमति और अगले कॉलेज में संबद्ध सब्जेक्ट में सीट्स उपलब्ध होनी चाहिए.
  • सेमेस्टर सिस्टम के तहत संबद्ध स्टूडेंट ने अपने पहले साल के दोनों सेमेस्टर पास किये हों.
  • माइग्रेशन के लिए अल्लाईं करने की प्रोसेस में सबसे पहले जिस कॉलेज में स्टूडेंट माइग्रेशन चाहता है, उस कॉलेज के प्रिंसिपल के ऑफिस से संपर्क करना और नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट लेना शामिल है.
  • माइग्रेशन प्रोसेस दूसरा सेमेस्टर पूरा होने के बाद और तीसरा सेमेस्टर शुरू होने से पहले पूरा करना होगा
WhatsApp GroupClick Here
Telegram GroupClick Here
Join whatsapp group Join Now
Join Telegram group Join Now

Leave a Comment