Retotaling – Rechecking kya hota hai | किससे बढ़ते हैं ज्यादा अंक | किन लोगों को Retotaling karna chahiye | Retotaling copy kaise check hoti hai
दोस्तों यदि आप स्कूल अथवा कॉलेज के विद्यार्थी हैं तो आपने Retotaling – Rechecking का नाम जरूर सुना होगा l बहुत से विद्यार्थी जो अच्छे अंको से पास होते हैं, तो उन्हें Retotaling – Rechecking से कोई मतलब नहीं होता l वह अपने प्राप्तांक को को लेकर satisfied होते हैं, लेकिन जो विद्यार्थी अच्छी तरह से उत्तर पुस्तिका में लिखे थे, इसके बावजूद उनके कम अंक आए हैं, तो उन्हीं लोगों के लिए होता है Retotaling – Rechecking Process
Retotaling – Rechecking kya hota hai
आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे की Retotaling – Rechecking kya hota hai और Retotaling – Rechecking किसे करना चाहिए और किन लोगों को नहीं करना चाहिए, क्या वाकई में Retotaling – Rechecking करने से हमारे अंक बढ़ते हैं, इत्यादि सरे सवालों के जवाब आपको इस आर्टिकल में दिया जाएगा l तो दोस्तों बिना देरी किए यह जानते हैं क्या होता है रिटोटलिंग रिचेकिंग प्रक्रिया l
Retotaling – Rechecking kya hota hai overview
Topic | Retotaling – Rechecking kya hota hai |
Article type | Board Exam |
Institute | School |
Board | State & CBSE Board |
Process | Retotaling – Rechecking |
Home Page | touseefacademy.com |
किन लोगों को Retotaling karna chahiye
दोस्तों जब उम्मीद से कम अंक मिलते हैं, तो हमें लगता है कि हमें जरूर Retotaling karna chahiye .. ध्यान रहे कि हर किसी को Retotaling/Rechecking नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह जरूरी नहीं है कि जितने भी लोग Retotaling – Rechecking करते हो, उनके अंक जरूर बढ़ते होंगे l दोस्तों बता देंगे यदि आपको किसी सब्जेक्ट में 40 अंक मिले हैं, जबकि आपको लगता था कि आपको 55-60 अंक मिलना चाहिए, तो इस स्थिति में आप Rechecking – Retotaling के लिए आवेदन कर सकते l
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इसके विपरीत यदि आपको 70 अंक मिलें हैं, जबकि आपको उम्मीद 75 अंको की थी, तो इस स्थिति में आपको Retotaling / Rechecking के लिए आवेदन नहीं करना चाहिए l इससे आपका सिर्फ पैसा खराब होगा जबकि आपके अंदर नहीं बढ़ते l बेहतर यही है कि जब आपके ज्यादा ही नंबर काट दिए गए, तो ही आप कॉफी को दोबारा चेक कराएं, अन्यथा इसकी जरूरत नहीं है l
किससे बढ़ते हैं ज्यादा अंक
अब बात करते हैं कि किस प्रक्रिया से हमारे अंक ज्यादा बढ़ते हैं Rechecking से या Retotaling से तो दोस्तों यह जानने से पहले आपको यह पता होना चाहिए कि यह दोनों प्रक्रिया किस प्रकार काम करती है l
Retotaling
रिटोटलिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हमारी कॉपियों की जांच नहीं की जाती बल्कि, सभी प्रश्नों में जो अंक मिलते हैं केवल उन्हें ही दोबारा से जोड़ा जाता है l
Rechecking
रिचेकिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें हमारी उत्तर पुस्तिका की दोबारा से जांच की जाती है और इस प्रक्रिया में हमारे किसी प्रश्न में मिले अंकों को बढ़ाया भी जा सकता है l
तो दोस्तों इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आखिर किस प्रक्रिया से हमारे अंग ज्यादा बढ़ सकते हैं l बेहतर तो यही है कि जब आपको लगे कि वाकई में आपकी आंखें कम है तो आप चुपचाप Rechecking के लिए आवेदन करें l
Retotaling copy kaise check hoti hai
दोस्तों जब आप रिटोटलिंग के लिए आवेदन कर देते हैं तो उसके बाद उत्तर पुस्तिका में जिनकी प्रश्नों के उत्तर आप ने दिए हैं उन प्रश्नों में जो अंक आपको मिले हैं उन अंकों को जोड़ा जाता है l यदि किसी प्रश्न के अंक नहीं जोड़े गए हैं, तो आपके उस प्रश्न के अंक को जोड़कर प्मेंराप्तांक में संशोधन कर दिया जाता है l
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